Draupadi Murmu Jeevan Parichay-

Draupadi Murmu Jeevan Parichay: द्रौपदी मुर्मू का जन्म उड़ीसा के मयूरभंज जिले के छोटे से गांव में 20 जून 1958 में हुआ। द्रौपदी मुर्मू  भारत देश की रहने वाली है उन्होंने कई उपलब्धि हासिल की 2015 से 2021 तक झारखण्ड के 9th राज्यपाल के रूप में कार्य किया, उनका पेशा राजनीतिज्ञ है और वे भारतीय जनता पार्टी की मेंबर है। 

द्रौपदी मुर्मू  को भारत के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर चुना गया है, राष्ट्रपति चुनाव 2022 में द्रौपदी मुर्मू को 15 वें राष्ट्रपति के रूप में चुनी गयी। राष्ट्रपति चुनाव 2022 में द्रौपदी मुर्मू को 64% (6,76,803) वोट मिले। 

 द्रौपदी मुर्मू ने अपने करियर की शुरुआत शिक्षिका के रूप में की थी और अपने इस टैलेंट के साथ उनकी चर्चा बढ़ने लगी और वे राजनीति में उतर आई और भारतीय जनता पार्टी की मेंबर रही।  उसके बाद उनका विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ और  उनके 2 बेटे और 1 बेटी हुई और किसी दुर्भाग्य से उनके दोनों बेटो की मौत हो गयी। द्रौपदी मुर्मू बहुत ही बहादुर और प्रभावशाली महिला है तो आगे हम जानते है उनके राजनीतिज्ञ जीवन के बारे में। 

Draupadi Murmu Jeevan Parichay –

द्रौपदी मुर्मू के पिता का नाम बिरंजी नारायण टूडू है, उड़ीसा के मयूरभंज जिले में एक साधारण सा व्यवसाय करते थे। इनका पूरा परिवार उड़ीसा में बैदापोसी नाम के गांव में रहते थे। जहाँ इनके दादा- दादी इस गांव के सरपंच हुआ करते थे।  द्रौपदी मुर्मू का जन्म संथाली हिन्दू परिवार में हुआ था। कई सालो तक इनके दादा दादी गांव के प्रधान रहे। द्रौपदी मुर्मू ने अपना  व्यवसायिक जीवन शिक्षिका के रूप में शुरू किया।

फिर उन्होंने श्याम चरण मुर्मू से विवाह किया और उनको 2 बेटे और 1 बेटी हुई लेकिन दुर्भाग्य से दोनों बेटो की मृत्यु हो गयी साथ कुछ टाइम बाद उनके पति की भी मृत्यु हो गयी। उनकी बेटी का विवाह हो चूका है जो की इस वक़्त उड़ीसा के भुवनेश्वर में रहती है। 1997 में द्रौपदी मुर्मू ने पंचायत परिषद् का इलेक्शन जीता और राजनीति में आ गई। इन्होने भाजपा पार्टी के साथ भी काफी दिनों प्रमुख भूमिका का कार्य किया। 2022 राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को 15 वें राष्ट्रपति के रूप में चयन किया गया। 

Draupadi Murmu’s Education –

द्रोपदी मुर्मू ने अपनी प्रारंभिक शिखा उन्ही के गांव के विद्यालय से की, प्रारंभिक शिक्षा पूरी होने के बाद वे भुवनेश्वर आ गई। उन्होंने अपने कॉलेज की पढाई भुवनेश्वर में राम देवी महिला कॉलेज से पूरी की। उसके बाद उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन दिया। उन्हें उड़ीसा के बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट की नौकरी हासिल हुई। 1979 से लेकर 1983 बिजली विभाग में कार्य किया।

इसके बाद द्रौपदी मुर्मू ने अपने घर से ही किसी कोर्स की स्टडी करना शुरू किया। उसके बाद उन्होंने शिक्षिका के रूप में रायरंगपुर के अरविंदो इंटीग्रल एजुकेशन में पढ़ाया। 1997 तक शिक्षिका की भूमिका निभाई और उसके बाद से उनके कार्य को लेकर उनकी प्रशंसा होने लगी और एक नई पहचान बन गयी थी। जिसके बाद उन्होंने ने राजनीति में कदम रखा।  

About Draupadi Murmu –

द्रौपदी मुर्मू के जीवन से सम्बंधित कुछ ऐसे तथ्य जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए –

  • द्रौपदी मुर्मू के दादा- दादी उड़ीसा के एक छोटे से गांव के प्रधान हुआ करते थे, वही द्रोपदी मुर्मू का जन्म हुआ था। 
  •  द्रौपदी मुर्मू झारखंड की एक जानी-मानी राजनेता है। इन्होने अपनी पढ़ाई भुवनेश्वर के महिला कॉलेज से पूरी की। उसके बाद उन्होंने सरकारी नौकरी की जिसमे वे जूनियर असिस्टेंट की पोस्ट पर कुछ साल तक कार्य किया। 
  •  इसके बाद द्रौपदी मुर्मू के एक दोस्त थे जिनका नाम श्याम चरण मुर्मू था और उस समय वो बैंकर की पोस्ट पर कार्य करते थे और उन्ही से द्रौपदी मुर्मू का विवाह हुआ। जिससे उन्हें 2 बेटे और 1 बेटी को जन्म दिया। 
  • द्रौपदी मुर्मू ने 1997 तक अध्यापिका के रूप में कार्य किया, इसके बाद उनके कार्य और हुनर को देख कर उनकी प्रसंशा बढ़ने लगी।  
  • इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन कर लिया, और उसके बाद उन्होंने कई क्षेत्र में बहुमत से चुनाव जीता और राजनीति में लोकप्रिय चेहरा बन गया। 
  • 2014 में दुर्भाग्य से अलग अलग समय पर उनके पति और बेटे की मृत्यु हो गयी। उसके बाद उनकी 1 बेटी है जिसकी शादी उन्होंने भुवनेश्वर में कराई।
  • द्रोपदी मुर्मू ने 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। 

Draupadi Murmu Political Career के बारे में जाने –

द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में अपना राजनैतिक जीवन की शुरुआत की और भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया। इन्होने सबसे पहले जो चुनाव जीता था वो रायरंगपुर में पंचायत के पार्षद चुनाव को जीता। फिर उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ने लगी फिर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उड़ीसा के मयूरभंज जिले में रायरंगपुर से 2000 से 2009 के बिच दो बार विधायक का चुनाव जीता। 

द्रौपदी मुर्मू  2000 से 2004 के बिच उड़ीसा के वाणिज्य, परिवहन, एवं मत्स्य पशुपालन संस्था विभाग की मंत्री रही। उसके बाद 2009 में विधायक के पद से हट गयी। 

आखरी में द्रौपदी मुर्मू 2015 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल मनोनीत किया गया।  जिसके बाद उन्हें भारत की पहली महिला राज्यपाल आदिवासी राजपाल और झारखंड का ख़िताब मिला। इसके बाद 2022 में द्रौपदी मुर्मू को 24 जून 2022 को उन्हें भारत के राष्ट्रपति के पद के लिए पदांकित किया गया। 

राष्ट्रपति चुनाव 2022 में द्रौपदी मुर्मू को 15 वें राष्ट्रपति के रूप में चयनित किया गया। 

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द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति क्यों बनाया गया –

द्रौपदी मुर्मू ने अपने जीवन में अपने हुनर और कार्य से बहुत सी उपलब्धिया हासिल की। वर्तमान में द्रौपदी मुर्मू 64 वर्ष की है, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ कार्य करके अलग अलग क्षेत्र में चुनाव जीता। उसके बाद 9 साल तक विधायक और इसके अलावा तीन अलग अलग क्षेत्र में मंत्री की पोजीशन पर कार्य किया। इसके अलावा पिछले 6 साल से झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य कर रही है। 

द्रौपदी मुर्मू को राजनीति का काफी अच्छा अनुभव है और राजनीति क्षेत्र में अब आगे अपना करियर नहीं बनाना चाहती है और राजनितिक क्षेत्र में एक अच्छा पद हासिल करके उससे यही खत्म करना चाहती है। और यही कारण है की इन्हे आने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक अच्छा उम्मीदवार होने का चयन किया गया। द्रौपदी मुर्मू का भारतीय जनता पार्टी के साथ काफी पुराना  सम्मिलन है। ये तो हम जानते ही है की वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सर्कार चल रही है। और द्रौपदी मुर्मू अपना राजनितिक कैरियर यहीं खत्म करना चाहती थी। इसके बाद उन्होंने अनुरोध किया और एनडीए के द्वारा राष्ट्रपति के लिए द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार चुना गया।  

Draupadi Murmu’s Achievements –

द्रौपदी मुर्मू ने अपने जीवन में बहुत सारी कामयाबी हासिल की है। एक महिला के रूप में राजनीति के क्षेत्र में काफी सफलता व कामयाबी हासिल की, इनके बारे में जानने के लिए कुछ ऐसी जानकारी तो आपको पता होना चाहिए, तो जानते है –

  • द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राज्यपाल है ।
  • झारखंड की पहली महिला राज्यपाल है। 
  • द्रौपदी मुर्मू ने 2000 से 2009 उड़ीसा के रायरंगपुर से विधायक का इलेक्शन जीता है। 
  • 2002 से 2004 तक उड़ीसा में पशुपालन और मत्स्य डिपार्टमेंट की मंत्री रही । 
  • उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति के मोर्चे को 2009 तक संभाला है।
  • द्रौपदी मुर्मू ने 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में भूमिका निभाई।
  • 2022 में द्रौपदी मुर्मू का 15 वें राष्ट्रपति के रूप में चयन किया गया।  

Conclusion (निष्कर्ष)- 

आज की इस बायोग्राफी में हमने द्रौपदी मुर्मू के जीवन परिचय (Draupadi Murmu Jeevan Parichay) के बारे में जानकारी दी, की उनका राजनितिक जीवन कैसा था, इसके अलावा उन्होंने किस तरह पहली महिला राष्ट्रपति का ख़िताब जीता। द्रौपदी मुर्मू आज सभी महिला के लिए प्रेरणादायक साबित हुई है। उनके जन्म से लेकर 15वें महिला राष्ट्रपति बनने तक, आपको सारी जानकारी को सरल भाषा में समझाने बताने की कोशिश की है आशा करते है की ये जानकारी आपके काम आये और आप अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।  

FAQ’s About Draupadi Murmu-

Q. द्रौपदी मुर्मू कौन है ?

Ans. द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राज्यपाल और 2015 से 2021 तक झारखंड पहली महिला राज्यपाल रही।  2022 में देश की पहली महिला राष्ट्रपति घोषीत हुई। 

Q. द्रौपदी मुर्मू की उम्र कितनी है ?

Ans. द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 में हुआ था इसके हिसाब से इनकी उम्र 64 वर्ष है।

Q. द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने के लिए कितने वोट्स मिले ?

Ans. राष्ट्रपति चुनाव 2022 की वोटिंग के अनुसार द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए दिए गए वोट कुल 6,76,803 मतलब की 67% परसेंट है।  

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