गणेश उत्सव श्री बालगंगाधर तिलक ने अंग्रेजो के खिलाफ जाकर भारतीयों को एकजुट करने का प्रयास किया और तब से धीरे धीरे पुरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा।
10 दिन बाद जब वेद व्यास की आंख खुली 10 दिन की इतनी मेहनत के बाद उन्होंने देखा तो गणेश जी का शरीर तापमान से अधिक हो गया था, तो तुरंत वेद व्यास जी ने सरस्वती नदी में लेजाकर ठंडा किया। इसलिए गणेश स्थापना करने के 10 दिन बाद अनंत चतुर्दसी को विसर्जन कर ठंडा किया जाता है। Ganesh Visarjan
इस कथा में ये भी बताया जाता है की गणेशजी का तापमान न बढे इसलिए वेद व्यास जी ने उनके शरीर पर सुगन्धित मिट्टी का लैप लगा दिया और मिट्टी का लैप सूखने के बाद गणेशजी के शरीर में अकड़न आ गयी। मट्टी झरने लगी तब उन्हें सरस्वती नदी में स्नान कराया। इसलिए गणेश चतुर्थी पर उनकी स्थापना कर 10 दिन तक उनकी सेवा की जाती है और उन्हें तरह तरह का भोग लगाया जाता है और 10 वें दिन अनंत चतुर्दसी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है। Ganesh Visarjan